भारतीय प्रबंध संस्थान बोधगया में दिनांक 14 सितंबर से 22 सितंबर 2021 के बीच हिंदी सप्ताह मनाया गया। हिंदी दिवस (14 सितंबर) पर हिंदी सप्ताह का शुभारंभ करते हुए माननीय निदेशक डॉ. विनीता एस. सहाय ने रेखांकित किया कि – ‘हिंदी आज वैश्विक भाषा बनती जा रही है। माननीय प्रधानमंत्री विभिन्न राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय मंचों से गर्व से हिंदी भाषा में संबोधन करते हैं। हिंदी के विशाल बाज़ार को देखते हुए राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय कंपनियाँ संपर्क भाषा के रूप में हिंदी को अपना रही हैं। उन्होंने आगे कार्मिकों से कहा कि संवैधानिक दायित्व और हिंदी का राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय महत्व को देखते हुए हमें राजभाषा हिंदी को दैनिक जीवन और कामकाज़ में नि:संकोच अपनाना चाहिए।’ हिंदी सप्ताह के अंतर्गत राजभाषा हिंदी कार्यशाला, हिंदी निबंध, नोटिंग एवं ड्राफ्टिंग और ज्ञान व मनोरंजन पर आधारित क्विज प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। इनमें संस्थान के शैक्षणिक-गैर शैक्षणिक कार्मिकों ने रूचिपूर्वक हिस्सा लेकर प्रतियोगिताओं का आनंद उठाया।
हिंदी सप्ताह समापन समारोह में प्रशासनिक अधिकारी ने ‘निज भाषा’ के महत्व पर बात करते हुए संस्थान में राजभाषा के नियमों के अनुपालन की प्रतिबद्धता जताई। तत्पश्चात् माननीय निदेशक महोदया एवं मुख्य प्रशासनिक अधिकारी के कर-कमलों से प्रतियोगिताओं के सभी विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर कुल 23 प्रतिभागियों को हिंदी साहित्य की कालजयी रचनाएं पुरस्कार स्वरूप प्रदान की गईं। माननीय निदेशक महोदया ने सभी प्रतिभागियों, विजेताओं और कार्मिकों को संबोधित करते हुए कहा कि ‘हिंदी भाषा को हमारी जरूरत नहीं है, बल्कि हमें हिंदी भाषा की जरूरत है। आप हिंदी के माध्यम से जल्द ही लोगों के साथ अपनापा का संबंध बना लेते हैं। हिंदी, जो कि फारसी का एक शब्द है, अपने आप में ईरानी-भारतीय दो संस्कृतियों के मेल को दर्शाता है। इस तरह हिंदी भाषा दो प्रदेशों, दो समाजों और दो राष्ट्रों को जोड़नेवाली भाषा बनती जा रही है।’ उन्होंने दैनंदिन जीवन की घटनाओं के उदाहरण देते हुए हिंदी भाषा के महत्व को रेखांकित किया। अंत में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी ने बल देकर कहा कि – ‘बिहार सन् 1881 ई. में ही हिंदी को आधिकारिक भाषा का दर्जा देनेवाला पहला प्रदेश है। हमें गर्व है कि हम सभी को बिहार में काम करने का अवसर मिला है। भारत सरकार का प्रतिष्ठित संस्थान होने के नाते हम संस्थान में और बाहर राजभाषा हिंदी के अनुपालन और हिंदी भाषा के प्रसार के लिए प्रयासरत रहेंगे।’ उन्होंने सिस्टम प्रभाग सहित सभी कार्मिकों का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए ज़ोर देकर कहा कि आज तकनीक के युग में हिंदी भाषा सीखना आसान हो गया है। निम्न ‘अप्लीकेशन’ और ‘वेबसाइट’ हिंदी सीखने में सहायक हैं –
1 | LILA – Learn Indian Languages Through Artificial Intelligence. | Click Here |
2 | BOLO – Google App | Click Here |
3 | Google Translation | ClickHere |
4 | E-mahashabdkosh | Click Here |
5 | राजभाषा विभाग | Click Here |
6 | विश्व हिंदी सचिवालय | Click Here |
7 | ध्वनि आधारित टाइपिंग के लिए | Click Here |
8 | कंठस्थ (Translation Memory) | Click Here |
9 | कविता कोश | Click Here |
10 | गद्यकोश | Click Here |